साहिर लुधियानवी : हर वक़्त का शायर
क शायर एक गीतकार जिसने अपने वक़्त के साथ साथ आने वाले सौ सालों के लिए गीतों, नज़्मों और ग़ज़लों का ज़खीरा पेश किया। साहिर के शब्द दुनयावी हक़ीक़त और उसमें मौजूद दिक्कतों को खुलेआम गीतों, ग़ज़लों और नज़्मों के ज़रिये कह रहें थें और सवाल कर रहें थें। फिल्म प्यासा के लिए लिखा गीत इसके उदाहरण हैं,