
निजीकरण के दौर में अंतरराष्ट्रीय एकता के तरफ बढ़ते किसान
प्रकाश पर्व के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने तीनों कृषि क़ानून वापस करने का ऐलान किया। संसद सत्र में तीनों कृषि क़ानूनों को संवैधानिक प्रक्रिया से भी निरस्त कर दिया गया है। आंदोलन की दो और अहम माँगें हैं – “सभी कृषि उत्पादों के लिए और सभी किसानों के लिए लाभकारी मूल्य की क़ानूनी गारंटी और बिजली संशोधन विधेयक का वापस लिया जाना”।