“… पर जायेंगे नहीं।”
केहर सिंह ने भरे मन से बताया, “3 भाई तीन साल में चले गए, मुश्किल तो था पर एक बात जो जिंदगी में गाँठ बाँध कर चला हूँ वो यह कि कुछ भी हो जाए घबराना नहीं। पिता जी के पास 40 एकड़ जमीन थी तो चारों भाईयों के हिस्से 10-10 एकड़ आई। मैंने अभी पिछले साल ही डेढ़ एकड़ और खरीदा है तो मेरे पास अभ 11.5 है,