क्या मुज़फ़्फ़रनगर अभी बाक़ी है?
पिछले कुछ दिनों लोग आशंका व्यक्त कर रहे हैं और राकेश टिकैत को लेकर जगे उत्साह पर भी गुस्सा जता रहे हैं। सबसे ज़्यादा गुस्सा बीकेयू की 2013 में मुज़फ्फरनगर और शामली ज़िलों में हुई सांप्रदायिक हिंसा में गैर जिम्मेदाराना भूमिका से है। इस हिंसा में हुए पागलपन को पश्चिम यूपी में समाए साढ़े सात साल से अधिक हो गए हैं।